HISTORY MYSTERY G

6/recent/ticker-posts

First world war ; प्रथम विश्व युद्व को Great war , The war to end all और ग्लोबल युद्व भी कहा जाता है यह 28 जुलाई 1914 से शुरू हुआ और 11 नवंबर 1918 तक चला था इस युध्द में मरने वालों लोगों की संख्या 1 कैरोड़ 70 लाख थी जिसमे से 1 कैरोड़ 10 लाख सैनिक थे और 60 लाख आम नागरिकों की जान भी गई थी।

world war 1 full story in hindi,why did world war 1 start in hindi,reason for world war 1 in hindi,world war 1 kiske beech, huaworld war 1 kyu hua tha,history of world in hindi

 

First world war
First-world-war-ww1-war-photos-world-war-one-wapan-satarting-photos

दोस्तों प्रथम विश्व युद्व को Great war , The war to end all और ग्लोबल युद्व भी कहा जाता है यह 28 जुलाई 1914 से शुरू हुआ और 11 नवंबर 1918 तक चला था इस युध्द में मरने वालों लोगों की संख्या 1 कैरोड़ 70 लाख थी जिसमे से 1 कैरोड़ 10 लाख सैनिक थे और 60 लाख आम नागरिकों की जान भी गई थी।

 

First world war
First-world-war-ww1-war-photos-world-war-one-wapan-satarting-photos

 
◆ प्रथम विश्व युद्व किन किन देशों के मध्य हुआ था ? 
 इस युद्ध मे कई देश शामिल थे जिन्हें दो समूह में विभाजित किया गया था।
 ●पहला समूह जिसे मित्रराष्ट्र कहते थे इसमें सोवियत संघ (रुस) , फ्रांस , ब्रिटेन , जापान और अमेरिका भी शामिल था। लेकिन अमेरिका सबसे बाद में 1917 को शामिल हुआ था ।
●दूसरा इसे केंद्रीय शक्ति बोला जाता था इसमें ऑस्ट्रो-हंगरी , जर्मनी , और पूरा ऑटोमन साम्राज्य था इसके अलावा इसमें जर्मनी के द्वारा गुलाम बनाए गए देश भी शामिल थे। 

 प्रथम विश्व युद्ध का कारण क्या था?
 प्रथम विश्व युद्ध चार प्रमुख कारण थे। 
 1. सैनिकवाद (Militarism)
 2. गठबंधन प्रणाली (Alliance System)
 3. साम्राज्यवाद (Imperialism)
 4. राष्ट्रवाद (Nationalism) 

First world war
First-world-war-ww1-war-photos-world-war-one-wapan


 1. सैनिकवाद (Militarism) 
यह वह समय था जब सभी देशों ने अपनी आर्मी की संख्या बढ़ा ली थी और सभी देश तमाम सारे आधुनिक मशीन गन का निर्माण कर रहे थे इसी समय सबसे पहले टैंक और जहाजों को बनाया गया था इतनी सैनिक व्यवस्था से सभी देशों में एक गलत अवधारणा बैठ गयी थी कि हमारी सैन्य शक्ति दूसरे की तुलना में श्रेष्ठ है इसलिए हम उससे युद्ध करेंगे तो उसे आसानी से पराजित कर देंगे ये गलत अवधारणा भी प्रथम विश्व युद्ध का कारण थी। 

2. गठबंधन प्रणाली (Alliance System) 
19 शताब्दी में यूरोप के कुछ देशों ने अपनी शक्ति को बढ़ाने के लिए कई सारे देशों से आपस में गोपनीय संधि कर ली थी।और इस संधि को अन्य कोई देश नहीं जानता था। 
 इसमें सबसे महत्वपूर्ण संधि 
 ★Triple Alliance - ये संधि 1882 में जर्मनी , इटली और ऑस्ट्रो-हंगरी के मध्य गुप्त रूप से की गई थी।
 ★Triple Entente - ये सन्धि 1907 को फ्रांस , ब्रिटेन और सोवियत संघ के मध्य हुई थी।

 3. साम्राज्यवाद (Imperialism) उस समय लगभग सभी देश जैसे फ्रांस , जापान , जर्मनी , ब्रिटेन सब अपनी-अपनी सीमा का विस्तार कर रहे थे और यही वो समय था जब अफ्रीका के बहुत से देशों पर यूरोपियन देशों ने कब्जा कर लिया था सीमा विस्तार भी प्रथम विश्व युद्ध का कारण बना ।

 4. राष्ट्रवाद (Nationalism) 19 शताब्दी में कई देश दूसरे देशों को गुलाम बना चुके थे लेकिन गुलाम देशों के नागरिकों में देशप्रेम की भावना जाग्रत हुई और उन लोगों ने अपने देश को स्वतंत्र कराने के लिये संघर्ष शुरू कर दिया ये भी कहीं न कहीं प्रथम विश्व युद्ध कारण बना।

First world war
 First-world-war-ww1-war-photos




◆ प्रथम विश्व युध्द का तत्कालिक कारण क्या था?
ऑस्ट्रो-हंगरी के राजकुमार आर्चड्यूक फर्नाज़ फर्डीनांड जोकि कुछ दिन बाद राजा बनने वाले थे ये अपनी पत्नी के साथ 28 जून 1914 को अपने साम्राज्य के साराजेवो (Sarajevo) नामक शहर में अपनी पत्नी के साथ घूमने  गए थे वहां पर गवरिलो प्रिन्सेप (Gavrilo Princep) नाम के एक शक्स ने इनको गोली मारकर हत्या कर दी 
ये शख्स राष्ट्रवादी Black Hand से संबंधित था। इसके बाद से सर्बिया पर आरोप लगने लगे कि सर्बिया के लोगो ने राजकुमार को साजिश करके मरवाया है। 

 ◆ युद्ध की ओर ले जाने वाली घटनाएँ - जुलाई संकट 
राजकुमार की हत्या होने के बाद ऑस्ट्रो-हंगरी सर्बिया पर दबाव बना रहा था कि वो अपने पूरे देश को उसके हवाले कर दे और उसके सामने झुक जाए। इसीलिए सर्बिया ने रुस से मदद मांगा रूस ने सर्बिया की मदद की घोषणा कर दी। और फिर ऑस्ट्रो-हंगरी भी मदद के लिये जर्मनी के पास गया जर्मनी ने अस्वाशन दिया कि हम तुम्हारे साथ हैं। और फिर सबसे पहले जर्मनी और ऑस्ट्रो-हंगरी ने सर्बिया पर आक्रमण बोल दिया। युद्ध शुरू होता देख तुरंत रसिया ने सर्बिया की ओर से जर्मनी पर हमला कर दिया। और फिर रसिया की ओर से फ्रांस की सेना भी युद्ध में आ गयी। फिर दोनों और से गोला-बारी शुरू हो गई। इसे जुलाई संकट कहते हैं क्योंकि ये जुलाई के महीने में शुरू हुआ था
 और यहीं से प्रथम विश्व युद्ध की शुरूआत हुई।

First world war
First-world-war-ww1-war-photos



◆ प्रथम विश्व युद्ध में भारत की क्या भूमिका थी? 
प्रथम विश्व युद्ध के समय भारत अंग्रेजों का गुलाम था। इसीलिए इस युद्ध मे भारत के 13 लाख सैनिक ब्रिटेन की ओर से युद्ध मेें गये थे भारतीय सैनिको ने ज्यादातर फ्रांस , मेसोपोटामिया (आधुनिक इराक) और मिश्र (इजिप्ट) के क्षेत्रों में युद्ध लड़ा था जिसमें 50 हजार भारतीय जवान शहीद हो गए थे इन्ही के सम्मान में इंडिया गेट -मेमोरियल बनवाया गया था । 

◆ 1917 में युद्ध की स्थिति
इस समय युद्ध थोड़ी देर के लिये शान्त हुआ था और इसी समय अप्रैल 1917 में अमेरिका प्रथम विश्व युद्ध में शामिल हुआ क्योंकि जर्मनी ने इसी बीच कई अमेरिकी जहाजों (U Boat) पर हमला कर दिया था जिसमे 28 अमेरिकी लोग मारे जा चुके थे इसलिए उस समय के अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने अपनी संसद में प्रस्ताव पारित करवाया। और मित्रराष्ट्र के विरोध मे युद्ध में शामिल हो गए।

First world war
First-world-war-ww1-war-photos


◆ 1918 में युद्ध की स्थिति 
1918 आते आते मित्रराष्ट्र ने बालकन्स, इटली और मध्य पूर्व के देशों को हरा दिया था लेकिन पश्चिम मोर्चा पर अमेरिकी सेना भारी तादाद में थी इसलिए यहाँ पर जर्मनी को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा । और 11 नवंबर 1918 सुबह 11 बजे जर्मनी को युद्ध विराम समझौते पर हस्ताक्षर करना पड़ा । लेकिन यह पूरी तरह से शान्ति समझौता नहीं था केवल एक Ceasefire Agriment था । 
6 महीने की लम्बी बातचीत के बाद 28 जून 1919 को पूर्ण समझौता हुआ। इस समझौते को नाम दिया गया "Treaty of Versailles"।

◆ प्रथम विश्व युद्ध की कुछ मत्वपूर्ण जानकारियाँ
● यह युद्ध 6 महीने की लंबी बातचीत के बाद विराम हुआ।

● इस युद्ध का शान्ति समझौता पेरिस में हुआ था। 

● इस युद्ध की पूरी जिम्मेदारी जर्मनी पर डाली गई क्योंकि अन्य देशों के अनुसार अगर जर्मनी चाहता तो युद्ध रोक सकता था। 
● इस युद्ध के बाद जर्मनी पर युद्ध मे हुए नुकसान की भरपाई के लिए जुर्माना रखा गया और जुर्माना की राशि इतनी बड़ी थी कि जर्मनी को इसे चुकाने में 11 वर्ष का समय लगा था।
 
● जर्मनी के अफ्रीका में जितने गुलाम देश थे उनको फ्रांस और ब्रिटेन ने आपस में बांट लिया। 

First world war
First-world-war-ww1-war-photos-map-origin-new-country-map-world-war



◆ प्रथम विश्व युद्ध के बाद बने नये यूरोपीय देश
 ऑस्ट्रिया, हंगरी,चेकोस्लोवाकिया ,यूगोस्लाविया ये चारों देश ऑस्ट्रो-हंगरी से टूट कर बनाये गये हैं ।
एस्टोनिया, लातविया, लिथुआनिया तथा पोलैंड ये सभी देश जर्मनी और रूस से अलग किये गए थे। 

◆ प्रथम विश्व युद्ध में हुए तकनीकी सुधार 

● रेडियो का आविष्कार और उपयोग युद्ध में किया जाने लगा ।
● Submarine and U Boat का अविष्कार इसी दौरान हुआ। 

● विभिन्न प्रकार की आधुनिक मशीन गन का निर्माण हुआ।

● इसी युद्ध मे पहली बार हवाई जहाजों का इस्तेमाल किया गया। जहाजों के द्वारा बमबारी की जाती थी।

First-world-war-ww1-war-photos
First-world-war-ww1-war-photos-germani-in-world-one


◆ विश्व युद्ध का समाज पर क्या प्रभाव पड़ा ? 
■ स्वास्थ्य 
★ इस दौरान लाखों सैनिक लड़ते-लड़ते बीमार होकर बहुत मर जाते थे क्योंकि उस समय आज की तुलना में बहुत कम स्वास्थ्य सुविधाएं थी।
 
★ इसी समय 1918 में स्पेनिस फ्लू आया था जिस कारण ये महामारी युद्ध कर रहे सैनिक पर भी हावी हो गई थी स्पेनिश फ्लू से 5करोड़ लोगों की जान गयी थी।

★ प्रथम विश्व के बाद दुनिया की जनसंख्या में कमी देखने को मिली क्योंकि युद्ध में करोड़ों लोगों की जान गई थी इसमें सबसे ज्यादा जर्मनी की जनसंख्या प्रभावित हुई थी। 

 ■ समाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव
★ इस युद्ध में लड़ रहे कई सैनिको ने किताबें  लिखी थी इसमें सबसे महत्वपूर्ण थे अर्नेस्ट हेमिंग्वे इनको युद्ध समाप्ति के बाद साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया और JRR tolkien इन्होंने lot of ring के नाम से किताब लिखी थी जिस किताब के ऊपर बाद में हॉलीवुड मूवी बनाई गई।

★ इस युद्ध के बाद लोगों की यह सोंच समाप्त हो गयी कि कोई देश युद्ध जीतने से महान बनता है सबको इसका अहसास हो गया कि युद्ध से सिवाय बर्बादी के कुछ नहीं हासिल  होता। 

★ इस युद्ध के बाद महिलाओं को वोटिंग और फैक्टरियों में काम करने का बराबर अधिकार दिया गया। 
 
First-world-war-ww1
 First-world-war-ww1-war-photos

■ आर्थिक प्रभाव 
 युद्ध के बाद जर्मनी पर बहुत अधिक जुर्माना रखा गया इससे जर्मनी की आर्थिक स्थिति बर्बाद हो गयी । इस युद्ध में फ्रांस और ब्रिटेन ने अमेरिका से खूब कर्जा ले लिया था इससे इन दोनों देशों को भी आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ गया।



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ